प्रिय किसान भाईयों आपका हमारे blog Website पर स्वागत है, यदि आप एक जागरूक किसान है और खेती से अच्छा मुनाफा चाहते है तो फिर आपको आम की खेती करना चाहिए क्योंकि भारतीय बाजारों में आम की मांग काफी ज्यादा इसी कारण से इसका भाव भी ज्यादा है| आपकी जानकारी के लिए बता दे की आम एक प्रकार का रसीला फल होता है इसे हमारे भारत देश में फलों का राजा भी कहते है तथा इसकी मूल प्रजाति को भारतीय आम कहते है जिसका वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिया है|
तो फिर आइए इस लेख में जाने की आम की खेती क्या है ? आम की खेती के लिए उचित जलवायु ? आम की बागवानी के लिए उपयोगी मिट्टी ? आम की प्रमुख उन्नत किस्म ? आम की खेती / बागवानी कैसे करे सरल और आसान विधि ? आम की बागवानी में सिंचाई कब और कैसे करे ? आम की बागवानी में पौधे से पौधे की दूरी कितनी रखे ? आम की खेती में खरपतवार कब और कैसे करे ? आम की बागवानी / खेती में लागत और कमाई ? आम की खेती में उचित खाद ? आदि की जानकारी आपको इसी पोस्ट में मिलेगी| कृपया लेख को पूरा अंत तक आवश्य पढ़े|
आम की खेती क्या है ?
आम के बागों से किसान के जीवन में अब कुछ अलग ही महत्व है कृषि विशेषज्ञों का मानना है की जिन क्षेत्र में आम की खेती के लायक जलवायु है उन किसानों को सामन्य खेती के साथ-साथ आम के बगीचे भी लगा लेना चाहिए तथा आम को भारतवर्ष के विभिन्न भागो में प्राचीन काल से उगाया जा रहा है| इस फल का हमारे जीवन तथा इतिहास एस गहरा संबंध है|
भारत में हिमाचल प्रदेश में आम का कुल क्षेत्रफल 38,444 है तथा पैदावार 23,962 मिट्रिक टन है| आम की बागवानी व्यवसायिक स्तर पर कर लाभ अर्जित करने के लिए बगीचों के लिए उचित स्थान तथा किस्म के चुनाव के साथ अन्य कार्य होते है जैसे की - पौधे की स्थापना, बीमारी व कीटो से पौधे के बचाव आदि पर निर्भर करता है|
आम की खेती के लिए उचित जलवायु ?
आम की खेती समुद्र तल से 600 मीटर की ऊंचाई तक उष्ण व उपोष्ण दोनो प्रकार की जलवायु में सफलतापूर्वक आम की खेती की जा सकती है| आम के फल को पकने के लिए गर्मी की जरूरत होती है तथा आम की खेती के लिए अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए|
आम की बागवानी के लिए उपयोगी मिट्टी ?
आम की बागवानी सभी प्रकार की मिट्टी में संभव है परंतु चिकनी दोमट मिट्टी जिसका पी. एच. मान 6 से 7 के मध्य है तथा जहा जल निकासी ठीक होती है इसकी बागवानी के लिए श्रेष्ठ है| यानी आम की खेती करने से पहले आपको मिट्टी की जांच जरूर करवा लेनी चाहिए तथा जिस मिट्टी की उर्वराशक्ति अच्छी हो वहा आप आम की बागवानी कर सकते है|
आम की प्रमुख उन्नत किस्म ?
आज के समय में आम की कई किस्म मौजूद है जिन्हे स्वाद, रस तथा अधिक पैदावार के हिसाब से उगाया जाता है| जिसकी विस्तार जानकारी नीचे पूर्ण रूप से दी गई है जो की कुछ इस प्रकार से है : -
दहशरी
चौसा
फजली
मल्लिका
आम्रपाली
लंगड़ा
आम की खेती / बागवानी कैसे करे सरल और आसान विधि ?
यदि आप आम की बागवानी तैयार करना चाहते है तो इसके लिए आपको सबसे पहले खेत को तैयार करना होगा|
इसके लिए आपको 2 से 3 बार गहरी जुताई कर लेनी है|
इसके बाद उचित मात्रा में सड़ी गोबर की खाद, कम्पोस्ट खाद या केछुवा खाद डालकर एक बार पुनः जुताई करे ताकि खाद अच्छी मिक्स हो जाए|
इसके बाद आपको पाटा की मदद से खेत समतल करवा लेना है|
इससे आपको बरसात के मौसम में जल भराव की समस्या नही आएगी|
इसके बाद आप जहा आम की बागवानी करना चाहते है वहा पर हर 2.5 फिट की दूरी पर गड्ढा खोद ले|
गड्ढे की लंबाई, चौड़ाई और गहराई 2.5 फिट ही होना चाहिए|
उन सभी गड्ढे में आपको उचित मात्रा में गोबर खाद डाल देना चाहिए|
इसके बाद आपको मिट्टी तथा कीटनाशक पाउडर उस गड्ढे में डालकर उस गड्ढे को अच्छे से बराबर कर ले|
यह काम आपको पौधे लगाने से 1 माह यानी 30 पहले ही कर लेना है|
आम की बागवानी में पौधे से पौधे की दूरी कितनी रखे ?
आम की बागवानी में, वैज्ञानिक खेती के अनुसार आम के पेड़ो को लगाए तो इसमें 10*10 मीटर की दूरी में ही पौधे को लगाना चाहिए जो की प्रति हेक्टेयर लगभग 100 पौधे आता है|
आम की खेती में खरपतवार कब और कैसे करे ?
आम के बाग को साफ रखन के लिए निराई गुड़ाई की बात करे तो, आम के बागों में वर्ष में 2 बार जुताई कर देना है| इससे खरपतवार त्तहा भूमिगत किट नष्ट हो जाते है इसके साथ ही साथ समय पर घास निकलते रहना चाहिए|
आम की खेती में उचित खाद ?
आम के 1 वर्ष आयु वाले पौधे को लगभग 10 से 15 किलोग्राम गोबर की सड़ी खाद, 100 ग्राम कैन या फिर 50 ग्राम यूरिया, 100 ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट और 100 ग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश की आवश्यकता होती है| आयु अनुसार खाद तथा उर्वरक की मात्रा को गुणा कर प्रतिवर्ष 10 वर्ष की आयु तक बढ़ाता है|आम की बागवानी में सिंचाई कब और कैसे करे ?
आम का पौधा लगाने के बाद प्रति 10 से 15 दिनों के बीच में 1 वर्ष तक नियमित सिंचाई करे और दूसरे साल से यह सिंचाई 15 से 30 दिनों के अंतराल पर करे| इसके अलावा यदि हम सिंचाई की विधि की बात करे तो, आम की बागवानी के लिए टपक सिंचाई विधि ज्यादा उपयुक्त माना जाता है|
आम की बागवानी में आम की तुड़ाई कैसे करे ?
आम की परिपक्व फलों की तुड़ाई 8 से 10 मिमी लंबी डंठल के साथ करनी चाहिए जिससे फलों पर स्टेम राट बीमारी लगन का खतरा नही रहता है| तुड़ाई के समय फलों को चोट तथा खरोच न लगने दे तथा मिट्टी के संपर्क से आम को बचाए|
आम की बागवानी / खेती में लागत और कमाई ?
आम की बागवानी में यदि हम लागत की बात करे तो आम की 1 हेक्टेयर बाग लगाने में लगभग 1 लाख रुपए का खर्च आता है जो आपको केवल पहले वर्ष ही करना पड़ेगा| इसके बाद आम के फल आने के समय उर्वरक, दवाई, खाद पर खर्च करना होगा| इसके अलावा यदि हम इसमें कमाई की बात करे तो, 1 हेक्टर से आप प्रति वर्ष 2 से 3 लाख रुपए आसानी से कमा सकते है|