मिट्टी की अम्लीयता एक प्राकृतिक गुण मानी जाती है, जो की फसलों तथा अन्य पौधे की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है| यदि हम एक आंकड़ा देखे तो, आंकड़े के अनुसार आज भी भारत देश एम लगभग 500 लाख कृषि योग्य भूमि अम्लीय है या दूसरी भाषा में कहे तो, भूमि बंजर हो गई है| जिसका मुख्य कारण यह है की किसान ज्यादा फसल पैदावार के लिए अनेक रासायनिक दवाइयों का उपयोग कर रहे है| इन रासायनिक दवाइयों के उपयोग से आप ज्यादा फसल तो प्राप्त कर सकते है परंतु इससे आपकी जमीनें में कुछ समय के बाद प्राकृतिक अम्लीयता पूरी तरह से खत्म हो जाएगा जिसके कारण से आपकी ज़मीन बंजर हो जाएगी|
आज का यह लेख सभी किसानों के लिए बहुत ही खास होने वाला है क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको कृषि से संबंधी कई आवश्यक जानकारी देंगे जैसे की किसान खेत में चुने का उपयोग क्यों करता है? खेत की मिट्टी में चुना डालने से क्या होता है? चुने का सूत्र और चुने से संबधी आवश्यक जानकारी ? खेत की मिट्टी में अम्लीयता के मुख्य कारण क्या है? चुने की सामान्य जानकारी और चुने के प्रकार ? खेत में अम्लीय भूमि की कई समस्या क्यों आती है विस्तार जानकारी ? चुना का मिट्टी पर प्रभाव ?
किसान खेत में चुने का उपयोग क्यों करता है?
खेत में चुने का उपयोग करने से यह मिट्टी में कई सुधार करता है, यह मिट्टी का पीएच मान बढ़ाता है तथा पीएच मान बैलेंस रखता है| अत्यधिक केमिकल दवाइयों के उपयोग से खेत की मिट्टी के आवश्यक पोषण तत्व तथा प्राकृतिक अम्लीयता पूरी तरह से समाप्त हो जाती है| मिट्टी की आम्लता कम हो जाने पर चुने का उपयोग करना चाहिए इससे फसलों में फिर से उत्पादन बढ़ सकता है|
उर्वरक के उपयोग से भी सुधार किया जा सकता है परंतु उसमे अधिक समय लगता है तथा वह प्रक्रिया काफी कठिन है| चुना की प्रक्रिया काफी सरल है और यह मिट्टी को कैल्शियम की आपूर्ति करता है|
खेत की मिट्टी में चुना डालने से क्या होता है?
यह एल्यूमीनियम की विशावक्ता को दूर करता है|
मिट्टी कम अम्लीय होने से मिट्टी की भौतिक स्थिति में सुधार करता है|
कार्बनिक पदार्थ का अधिक अपघटन प्राप्त होता है|
पानी तथा हवा दोनो के अवशोषण को बढ़ाता है|
फैसफोरस मिट्टी में अधिक उपयोग करने योग्य हो जाता है|
फसलों में सबसे आम बीमारियों में कवक से होने वाली क्षति को कम करता है|
खेत की मिट्टी में चुना डालने से सभी प्रकार के जीवाणु में वृद्धि होती है|
जो मिट्टी में नाइट्रोजन का स्थितिकरण करते है|
चुना डालने से मिट्टी के सभी हानिकारक कीटाणु भी पूरी तरह से समाप्त हो जाते है|
चुने का सूत्र और चुने से संबधी आवश्यक जानकारी ?
चुना एक रासायनिक यौगिक है जिसका सूत्र CaO होता है|
कैल्शियम ऑक्साइड जिसे आम तौर पर चुने के रूप में जाना जाता है|
प्राचीन समय से ही ऐसा माना जाता है की बुझा हुआ चुना मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे पुराने रासायनिक में से एक है|
इसे जले हुए चुने या चुने के रूप में भी संदर्भित किया जाता है|
कैल्सियम ऑक्साइड चुने के भट्ठे में कैल्सियम कार्बोनेट युक्त चुना पत्थर या समुद्री सीपी जैसे सामग्री के उष्ण उपघटन द्वारा उत्पादित किया जाता है|
खेत की मिट्टी में अम्लीयता के मुख्य कारण क्या है?
जैसा की हम जानते है की, मिट्टी की अम्लीयता एक प्राकृतिक गुण है|
यह गुण फसल की पैदावार पर प्रतिकूल असर डालता है|
अधिक वर्षा होने के कारण से भूमि की ऊपरी सतह से आवशयक पोषण तत्व पानी के साथ बह जाते है|
जिसका परिमाण यह होता है की मिट्टी का पीएच मान कम हो जाता है|
जिसके कारण से भूमि बंजर के रूप में हो जाती है|
चुने की सामान्य जानकारी और चुने के प्रकार ?
चुना पत्थर प्राकृति में पाया जाता है, जो मुख्य रूप से कैल्सियम कार्बोनेट से बना होता है| जब इसे 1200 डिग्री सैल्सियस के तापमान के साथ ओवन में पारित किया जाता है तो कैल्सियम ऑक्साइड प्राप्त होता है| प्रत्येक प्रकार के चुने को विभिन्न उपयोग के लिए अनुशंसित किया जाता है तथा चुना मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है|
कृषि का चुना
बिना बुझाया हुआ चुना
कास्टिक चुना
कृषि का चुना :
यह चुना बागवानी के लिए सबसे अधिक उपयोग किया जाता है, यह कैल्शियम प्रदान करता है इसके लिए भी प्रयोग किया जाता है| यह एक क्षारीय प्रदार्थ से भी अधिक कुछ नही है जिसे मिट्टी की अमलता और पीएच सुधारक का उत्कृष्ट न्यूट्रलाइजर माना जाता है| उपयुक्त सभी कारण मिट्टी को अधिक अम्लीय बनाता है तथा कृषि चुने की समस्या को कम करने में मदद करती है|
बिना बुझाया हुआ चुना :
इस चुने का उपयोग बागवानी के लिए ही किया जाता है, शोरबा तैयार करे जो पौधे को प्रभावित वाले कीटो को खत्म करते है| यह चुना अक्सर रेगिस्तान कुओं तथा कार्बनिक मलबे के लिए निसासक्रमक के रूप में इसका उपयोग किया जाता है| यह एक कवक नाशी तथा जीवाणु नाशक के रूप में भी कार्य करता है|
इसका उपयोग लगभग सभी ओघोगिक प्रक्रिया में किया जाता है या तो एक नूत्रलाइजर, स्नेहक, सीमेंट, शिषक कीटाणु नाशक तथा एक कच्चे माल के रूप में इसका उपयोग किया जाता है|
कास्टिक चुना:
इस चुने का उपयोग खाद में किया जाता है जैसे की बायोसाइड तथा मिट्टी की विशेषताओं में सुधार करता है| यह साथ को नमी से बचाता है कई पौधे को मिट्टी और पर्यावरण दोनो से नमी से सुरक्षा की आवश्यकता होती है| इसका कीटाणु नाशक प्रभाव होता है, विभिन्न घटना के ठोस समाधानों की गुणवक्ता में सुधार करता है| आपकी जानकारी के लिए बता दे की यह बागवानी की तुलना में अधिक ओघोगिक है| आप निर्माण स्थलों पर उन्हें अधिक कुशल बनाने के लिए इन समाधानों में सुधार कर सकते है|
खेत में अम्लीय भूमि की कई समस्या क्यों आती है विस्तार जानकारी ?
कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नेशियम तथा बोरोन की कमी हो जाती है|
अम्लीय भूमि हाइड्रोजन तथा एल्यूमिनियम की अधिकता से पौधे की जड़ों की सामान्य वर्षा रुक जाती है|
जिसके कारण से जड़े मोटी रह जाती है|
पौधे के लिए आवश्यक पोषण तत्वों में असंतुलित आ जाता है|
चुना का मिट्टी पर प्रभाव ?
चुना भूमि की रासायनिक, जैविक तथा भौतिक गुणों में सुधार कर कृषि उत्पादन बढ़ाने में सहायक करता है|
रासायनिक प्रभाव : हाइड्रोजन की मात्रा कम कर मिट्टी का पीएच बड़ता है|
भौतिक प्रभाव : चुना का प्रयोग भूमि की बनावट को अच्छा करता है|
जैविक प्रभाव : चुना दाने से सभी प्रकार के जीवाणु में वृद्धि होती है|