चंदन की खेती करने के लिए किसी विशेष तरह की मिट्टी या जलवायु नही चाहिए होती है, इसकी खेती सभी तरह की मिट्टी में की जा सकती है परंतु कुछ मिट्टी की किस्म है जिनमे इसकी खेती अच्छे तरीके से की जा सकती है जैसे की रेतीली मिट्टी, लाल मिट्टी, काली मिट्टी और चिकनी मिट्टी आदि शामिल है| चंदन की लकड़ी बहुत की काम की चीज है, क्योंकि इसका उपयोग कई विभिन्न चीजों को बनाने में किया जाता है| आइए आप और हम जानते है की चंदन का उपयोग किस प्रकार से और किन चीजों में इसका उपयोग किया जाता है|
यदि आप भी खेती से अच्छा खासा लाभ कमाना चाहते है तो आपको एक बार चंदन खेती आवश्य ही कर लेनी है| आज का यह लेख आपके लिए बहुत ही खास होने वाला है क्योंकि इस लेख में आपको चंदन की खेती और इसके उपयोग से संबंधी जानकारी देंगे जैसे की चंदन का पेड़ क्या है? चंदन की खेती कैसे करे? चंदन की खेती के लिए पौधे तथा बीज कहा से मिलेंगे? चंदन की खेती में खरपतवार कैसे कसे करे संपूर्ण जानकारी? चंदन की खेती लिए उपयुक्त जलवायु कौन सी है? चंदन के पौधे में पानी कैसे डाले या सिंचाई कैसे करे? चंदन के प्रकार कितने है? चंदन की लकड़ी का बाजार में क्या कीमत है? लाल चंदन की विशेषता क्या है? आदि की जानकारी आपको यह विस्तार से मिलेगी | कृपया आपको इस लेख को एक बार पूरा आवश्य पढ़ लेना है|
चंदन का पेड़ क्या है?
चंदन की लकड़ी, बीज, पत्तियां और जड़े बहुउपयोगी होते है और औषधीय महत्व भी होता है| चंदन की लकड़ी एक सुगंधित और प्राकृतिक पवित्र लकड़ी होती है| चंदन के पेड़ की ऊंचाई 15 से 20 मीटर तथा मोटाई 100 से 150 सेंटीमीटर तक होती है|
चंदन का पेड़ कई देश में पाए जाते है जैसे की भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में यह पेड़ देखने को मिलता है| चंदन का बाजार में बहुत अधिक व्यवसायिक मूल्य है, चंदन के पत्तो का उपयोग पशुओं के चारे के लिए भी किया जाता है तथा अपको चंदन की खेती में जैविक खेती की विधि अपनाना चाहिए इस विधि से आपको लग-भग 15 वर्षो में चंदन का पेड़ तैयार हो जाएगा|
चंदन की खेती कैसे करे?
चंदन की खेती करने के लिए आपको चंदन की बुआई सीधे खेत में नही करनी है पहले आपको इसके पौधे को नर्सरी में तैयार कर लेना है|
जब पौधा पूरी तरह से तैयार हो जाए तब आपको पौधे को खेत में लगा देना है|
इसके पहले अपको खेत को अच्छी तरह से तैयार कर लेना है|
खेत को पहले अच्छे से 2 से 3 बार गहरी जुताई कर लेना है|
फिर आपको 10*10 फिट की दूरी पर गड्डे खोद लेना है|
इस गड्डे में आपको गोबर खाद या ऑर्गेनिक खाद डाल देना है|
इसके 3 दिन बाद आपको पौधे को इन गड्डे में लगा देना है|
अब आपको पौधे में हल्की सिंचाई कर देनी है|
चंदन की खेती में खरपतवार कैसे कसे करे संपूर्ण जानकारी?
यदि आप चंदन की खेती से अच्छा लाभ लेना चाहते है तो आपको इसकी खेती में खरपतवार पर विशेष ध्यान देना होगा| चंदन की खेती करते समय आपको चंदन के पौधे को पहले साल में सबसे अधिक देखभाल करना है और पहले वर्ष में पौधे के आस पास की खरपतवार को हटाना चाहिए| यदि आवश्यक हो तो दूसरे वर्ष भी खरपतवार पर ध्यान देना चाइए| यदि आप खरपतवार पर ध्यान नही देंगे तो फिर आपका चंदन का पौधा बड़ा नही होगा|
चंदन की खेती के लिए पौधे तथा बीज कहा से मिलेंगे?
चंदन की खेती करने के लिए आपको बीज या पौधे की विशेष आवश्यकता पड़ेगी, इसके लिए आप दोनो पौधे और बीज बाजार से आसानी से खरीद सकते है| आपकी जानकारी के लिए बता दे की, यदि आप बीज खरीद रहे है तो आपको चंदन के बीज की बुआई डायरेक्ट खेत में नही करनी है सर्वप्रथम आपको पहले चंदन का पौधा नर्सरी में तैयार कर लेना है फिर जब पौधा पूरी तरह से तैयार हो जाए तब आपको पौधा खेत में लगा देना है|
इसका पौधा आपको कई निजी और शासकीय नर्सरी में आसानी से मिले जाएगा, आपको आपके अनुसार पौधे या बीज का चयन कर लेना है| ध्यान रखे पौधा ज्यादा बड़ा न खरीदे, क्योंकि छोटे पौधे जल्दी ग्रोथ करते है|
चंदन की खेती लिए उपयुक्त जलवायु कौन सी है?
चंदन की खेती के लिए सबसे अच्छी तथा उपयुक्त मिट्टी लाल मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है| चंदन की खेती में चट्टानी मिट्टी, चुनेदार मिट्टी और पथरीली मिट्टी भी काफी उपयुक्त होती है| यदि आप चंदन की खेती अच्छे से करते है तो आप जिस भी मिट्टी में चंदन के पौधे लगा रहे हो उस मिट्टी का पीएच मान 7 से 8 के मध्य ही होना चाहिए| कृपया पहले आपको मिट्टी की जांच करवा लेनी चाहिए क्योंकि जांच करवाने से आपको पता चल जाएगा की आपकी मिट्टी उपजाऊ मिट्टी है या नही तथा आप अपनी मिट्टी में चंदन की खेती कर सकते है या नही कर सकते है|
चंदन की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु 5 डिग्री सेल्सियस से 50 डिग्री सेल्सियस तापमान इसकी खेती के लिए उपयुक्त होता है| चंदन की खेती के लिए आपको अपने क्षेत्र की जलवायु पर भी ध्यान देना चाहिए|
चंदन के पौधे में पानी कैसे डाले या सिंचाई कैसे करे?
बीज अंकुरित होने के बाद एक दिन छोड़ कर सिंचाई करना चाहिए|
रोपाई के बाद जब तक बीज का 6 से 7 सप्ताह में अंकुरण शुरू न हो तब तक सिंचाई करनी है|
जब आप पौधे खेत में लगाते है तो आपको इसके तुरंत बाद ही पहली सिंचाई कर देनी है|
शुरुआत में बरसात के बाद से मई तक सिंचाई करनी चाहिए|
चंदन के प्रकार कितने है?
हमारे भारत देश में चंदन दो प्रकार के होते है पहला लाल चंदन और दूसरा सफेद चंदन, इन्हे राज्यो में अलग - अलग नामो से जाना जाना जाता है| लाल चंदन एक छोटा पेड़ होता है जिसकी ऊंचाई 8 सेंटीमीटर तक की होती है यह गहरा लाल रंग का होता है|
विश्व में चंदन की कुल 16 प्रजातियां होती है, जिनमे से एल्बम बहुत ही अच्छी प्रजाति की चंदन होती है इसमें अधिक औषधीय गुण भी पाया जाता है|
चंदन की लकड़ी का बाजार में क्या कीमत है?
भारतीय बाजार में और अंतराष्ट्रीय बाजारों में चंदन की लकड़ी की कीमत काफी अधिक है, इसका कीमत लग-भग 6 हजार रुपए से 13 हजार रुपए प्रति किलो की इसकी कीमत होती है| चंदन एक ऐसा उत्पादन है जोकि काफी उपयोगी होता है, इसकी वजह से इसकी मांग बाजार में काफी है| भारत में प्रति वर्ष कम से कम 100 टन की उत्पादन होती है|
लाल चंदन की विशेषता क्या है?
लाल चंदन की खेती से आप अच्छा खासा कमा सकते है|
लाल चंदन की खेती के साथ आप अन्य फसल भी कर सकते है जैसे की मक्का, गेहूं, सोयाबीन आदि फसल आप इसके साथ ही कर सकते है|
चंदन का उपयोग आप औषधीय के रूप में भी कर सकते है|
चंदन का भाव भारतीय बाजार में अधिक है और इसकी मांग भी अच्छी खासी है|