वर्तमान समय में किसान अपने स्वार्थ के लिए खेत में केमिकल दवाइयों का प्रयोग कर रहा है, परंतु आपको यह नही पता है की इससे आपको लाभ तो हो सकता है पर ये केमिकल दवाइयों का प्रयोग करना हमारे लिए, पशुओ के लिए, पक्षियों की लिए और हमारी जमीन / खेत के लिए अच्छा नही है|
यदि अप खेतो में केमिकल दवाइयों का प्रयोग करते है तो इससे हमारे खेत की मिट्टी का उपजावपन एक समय बाद नष्ट हो जाएगा और हमारा खेत पूरी तरह से बंजर जमीन बन जाएगी|
अब आपके मन में एक सवाल तो आवश्य ही आ रहा होगा की, हम इस समस्या को कैसे दूर करे? तो इसका जवाब है आप ऑर्गेनिक फार्मिंग करना शुरू दे यह आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है| ऑर्गेनिक फार्मिंग कैसे करे? ऑर्गेनिक खेती करने से क्या लाभ होगा| इन सभी विषयो पर आज हम इस लेख के मध्यम से चर्चा करेंगे|
ऑर्गेनिक फार्मिंग क्या होता है?
कई जागरुक किसान ऑर्गेनिक खेती करने कर रहे और इससे उन्हें अच्छा लाभ भी हो रहा है| तो भाईयो आपको ऑर्गेनिक खेती को आप गंभीरता से लेना चाहिए| क्योंकि जैविक खेती एक ऐसी तकनीकी खेती है जिसमे जैविक खादो का प्रयोग किया जाता है| इसमें 1% भी किमिकल नही होता है, और यह हमारी फसल के लिए लाभार्थी साबित हो रहा है|
यदि हम ऑर्गेनिक फार्मिंग / जैविक खेती को आसान भाषा में समझे तो जैविक खेती एक तकनीकी खेती है जिसमे मिट्टी के प्राकृतिक गुणों को बरकरार रखन में मदद करती है जिससे हमारी फसल की पैदावार भी बढ़ती है|
जैविक खेती करना शुरू कैसे करे?
यदि आप जैविक खेती करना शुरू करना चाहते है तो यह आपके लिए, पशुओ के लिए, पक्षियों की लिए और हमारी जमीन / खेत के लिए अच्छा है| क्योंकि आपने एक जागरूक किसान का फर्ज निभाया है|
जैविक खेती करना शुरू करने के लिए आपको सर्वप्रथम अपने क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी को अच्छे से समझ लेना है| जैविक खेती की सभी एक्टिविटी का रिकॉर्ड बना कर रखे इससे आपको आगे मदद मिलेगी|
यदि आपको जैविक खेती की जानकारी अधिक नही है तो आप अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र भी जा सकते है| वहा से आपको एक से एक आइडिया मिलेंगे| कृषि केंद्र जाने के लिए आपसे कोई पैसे नही लिए जाएंगे|
आपको पशु पालन पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि हमे पशुओं से ऑर्गेनिक खाद मिलता है यदि आप पशुओं का गोबर / खाद अपने खेत में डालोगे तो आपकी फसल शानदार होगी| आप अपने खेत में केचुआ खाद का भी प्रयोग कर सकते है|
साथ ध्यान रखे दूसरो की बातो में आ कर अपको केमिकल दवाइयों का प्रयोग अपने खेत में नही करना है अन्यथा इसका परिणाम आप स्वय जानते होंगे|
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ऑर्गेनिक खेती करने से क्या लाभ होगा?
यदि आप आज से ही ऑर्गेनिक खेती करना शुरू कर दे तो आपको यह निम्न लाभ होंगे| यदि आप हमारी दी गई जानकारी को फॉलो करते है तो आपकी फसल की पैदावार आवश्यक ही अच्छी होगी|
ऑर्गेनिक खेती करने से आपके खेत / जमीन की उपजाव क्षमता बढ़ेगी|
फसलों के लिए भी ऑर्गेनिक खेती लाभ धायक साबित हो रही है|
फसल में लागत भी कम होगी यदि आप जैविक खेती करना शुरू कर दे तो|
जैविक खेती आपको किसी भी प्रकार से नुकसान नही पहुंचती है|
जैविक खेती की आवश्यकता क्यों पढ़ी?
पर्यावरण सरक्षण की दृष्टि कोण से ये आवश्यक है|
मनुष्य, पशुओं और पक्षियों के स्वस्थ के नजरिए से ये आवश्यक है|
ऑर्गेनिक खेती करने से कम लागत में अधिक आय के लिए इसकी जरूरत पढ़ी|
जैविक खेती के लिए किस प्रकार के खाद का उपयोग करना चाहिए
गोबर खाद का उपयोग करे
वर्मिकंपोस्ट केचुआ खाद का प्रयोग करे|
हरी खाद का प्रयोग भी आप कर सकते है|
जैविक खेती के लिए योजना
जैविक खेती से जुड़ने के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय परियोजना चला दी गई है| इस योजना को 1 अक्टूबर 2004 को केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किया था| इस योजना का मुख्य उद्देश्य था की भारतीय किसानों को जैविक खेती से जुडा जाए|
इस योजना पर भारत सरकार का 57.04 करोड़ रुपए का बजट था इस योजना के अंतर्गत जैविक खेती में विकास हुआ और इसकी कीमत भारतीय किसान समझने लगे थे|
जैविक खेती के विकास के लिए प्रमुख योजना की लिस्ट
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना
मृदा स्वस्थ और उर्वरता के प्रबंध पर राष्ट्रीय परियोजना
जैविक खेती पर नेटवर्क प्रोजेक्ट
जैविक खेती राष्ट्रीय परियोजना
राष्ट्रीय बागवानी मिशन
परंपरागत कृषि विकास योजना
मिशन ऑर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट फॉर नार्थ ईस्टर्न रीजन
जैविक खेती के लिए प्रमुख जैविक खाद और दवाइया
हमिक एसिड (चावल से बनती है)
मटका खाद
अमृत संजीवनी
सिंग खाद
जीवामृत
घन जीवामृत
दस्तपार्णी अर्क
भभूत अम्तपानी
जैविक खाद
भारत देश में जैविक खेती करने वाले प्रमुख राज्य
सिक्किम राज्य भारत देश का ऐसा राज्य है जहा 100% किसान जैविक खेती ही करते है| खेती में वह अन्य केमिकल दवाइयों और अन्य केमिकल पदार्थ का प्रयोग नही करते है|
7 लाख 29 हजार 900 हेक्टर में सिक्किम जैविक खेती करता है, प्राचीन समय में पहले सिक्किम एक खुद देश था परंतु फिर बाद में इसका विलय भारत देश में हो गया था|