फसलों में खरपतवारनाशी और कीटनाशकों का छिड़काव करते समय ध्यान में रखने वाली सावधानियां
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खरपतवारनाशी और कीटनाशकों का प्रयोग करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए |
फसल में खरपतवारनाशी का प्रयोग करते समय निम्नलिखित सावधानियाँ -
1. फसलों के अनुसार वर्णात्मक ( Selective ) शाकनाशी का ही प्रयोग करें। जैसे - मक्का में सिमेजिन, गेहूं में 2, 4-D एरीटान व ट्रिब्यूनिल आदि।
2. फसलों में विभिन्न शाकनाशियों को सिफारिश की गई मात्रा प्रति इकाई क्षेत्र का ही प्रयोग करें। अधिक मात्रा प्रयोग करने से फसल पर हानिकारक प्रभाव हो सकता है तथा कम मात्रा प्रयोग करने से खरपतवारों का नियंत्रण आसानी से नहीं हो पाता।
3. शाकनाशी रसायन उसके निर्धारित समय जैसे - बुवाई से पूर्व, अंकुरण से पूर्व या अंकुरण के बाद निश्चित समय पर ही छिडकें अन्यथा शाकनाशी का प्रभाव घट जाएगा व फसल को हानि का डर रहेगा।
4. घोल बनाने के लिए वाहक पदार्थों की मात्रा स्प्रेयर के प्रकार व रसायन की किस्म पर निर्भर करती है। सस्पर्शी ( Contact ) शाकनाशी के घोल के लिए अधिक पानी व स्थानांतरित शाकनाशी के घोल के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है।
निम्न आयतन स्प्रेयर से कम घोल अधिक क्षेत्र में, व उच्च रसायन स्प्रेयर से अधिक घोल छिड़का जाता है। बोआई के बाद साधारणतया 800-1000 लीटर घोल प्रति हेक्टेयर छिड़कने की आवश्यकता होती है।
5. अंकुरण के बाद छिडके जाने वाले रसायनों के घोल में चिपकने वाले पदार्थ अथवा पृष्ठ सक्रिय कर्मक ( surface active agent ) जैसे टीपाल या सेंडोबिच 1 मिली/ली. घोल में मिलाने चाहिए। आमतौर पर चिपकने वाले पदार्थ रसायनों में पहले से ही मिले होते हैं।
6. पूर्ण रूप से रसायन अधिकतर जल मिश्रीय अथवा निलम्बन घोल के रूप में होते हैं। छिड़काव करते समय इन्हें हिलाते रहना चाहिए।
7. बोआई से पूर्व व अंकुरण से पूर्व छिड़के जाने वाले रसायनों के लिए भूमि में नमी की पर्याप्त मात्रा होना आवश्यक है ताकि रसायन का प्रभाव ठीक से हो सके। नमी की कमी होने पर हल्की सिंचाई कर देनी चाहिए। अधिक पानी लगाने से रसायन भूमि में नीचे जा सकता है।
8. शाकनाशी का खेत में समान वितरण होना चाहिए। असमान वितरण में, जहां पर रसायन कम मात्रा में गिरा है, खरपतवारों को नियंत्रण नहीं कर पाएगा व जहां अधिक गिरा है वहां फसल को हानि पहुंच सकती है।
9. छिड़काव करते समय घोल की फुहार पास के दूसरे खेत की फसल पर नहीं पढ़नी चाहिए। जैसे - अगर गेहूं में 2, 4-D. का घोल छिड़क रहे हैं और पास के खेत में सरसों पर अगर इसकी फुहार चली जाए तो सरसों के प्रभावित पौधे नष्ट हो जाएंगे।
10. रसायनों का छिड़काव करते समय किसान को अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिेए जिससे कि रसायन की फुहार किसान के शरीर के ऊपर न आए। नहीं तो किसान के शरीर को अत्यधिक हानि हो सकती है।
फसल में कीटनाशकों का प्रयोग करते समय इन बातों का रखें ध्यान । Keep these things in mind when using pesticides in crops
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खरपतवारनाशी और कीटनाशकों का प्रयोग करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए |
rahulknmar81@gmail.com
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